ब्रिटिश काल के दौरान सैनी को एक सांविधिक कृषि जनजाति के रूप में और साथ ही साथ एक सैन्य वर्ग के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.
2.
[29] ब्रिटिश काल के दौरान सैनी को एक सांविधिक कृषि जनजाति के रूप में[25] और साथ ही साथ एक सैन्य वर्ग के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.
3.
ब्रिटिश काल के दौरान सैनी को एक सर्वाधिक कृषि जनजाति के रूप में और साथ ही साथ एक सैन्य वर्ग के रूप में सूचीबद्ध किया गया था.
4.
खुद अंबेडकर के शब्दों में-“हमें अच्छी तरह याद होगा कि हिंदु समाज दूसरे समाजों की तरह वर्गों से मिलकर बना था और उसमें 1) ब्राह्मण या पुरोहित वर्ग 2) क्षत्रिय या सैन्य वर्ग 3) वैश्य या वणिक वर्ग 4) शूद्र या दस्तकार और दास वर्ग जैसे ज्ञात वर्ग थे।